मोदी की “योजना [अ-योग्य] आयोग” को “योग्य” बनाने जुट रहे देश के सभी राज्यों के मुख्य मंत्री आज

भारत में योजना आयोग के अस्तित्व, र्य पणाली व् उसके सञ्चालन पर चर्चा करने के लिए राजधानी दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सभी राज्यों के मुख्य मंत्रियों की एक बैठक में शिरकत करेंगे। यह बैठक इस लिए भी अहम है कि इसमें योजना आयोग के गठन, कामकाज का दायरा, आयोग की भूमिका के अलावा, इसकी संरचना व् कार्य प्रणाली पर भी विचार विमर्श किया जाएगा। विश्वस्त सूत्रों के हवाले से, योजना आयोग के नए अस्तित्व, गुंजाईश और ढांचे का नया सवरूप कैसा होगा इसका निर्णय भी आज की बैठक में हो जायेगा।
सूत्रों के हवाले से ज्ञात है कि बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के उपस्थित न होने की खबर है। हालाँकि ममता सरकार की तरफ से कोई औचारिक बयान नहीं आया तथापि योजना आयोग के अस्तित्व, गठन, गुंजाइश और कामकाज की पणाली व् संरचना पर आयोजित होने वाले इस अहम बैठक में प बंगाल की मुख्य मंत्री ममता बनर्जी का भाग न लेना शायद इसे पिछे लम्बे समय से भाजपा के साथ चल रहे विवादों से जोड़कर देखा जा रहा है। वहीँ जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री ओमर अब्दुल्लाह ने बैठक में भाग लेने के लिए अपनी असमर्थता व्यक्त करते हुए राज्य में चल रहे चुनावों बताया – सूत्रों के हवाले से।
पश्चिम बंगाल सचिवालय के एक अधिकारी ने बताया कि तृणमूल कांग्रेस के नेता व् राज्य के वित्त मंत्री अमित मित्रा द्वारा इस बैठक में पश्चिम बंगाल सरकार का प्रतिनिधित्व करने की सूचना है। सूत्रों के अनुसार, ममता बनर्जी, मुख्यमंत्री, पश्चिम बंगाल ने हाल ही में नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ संसद में सांसदों को एकजुट करने के लिए सभी विपक्षी दलों से आग्रह किया था।
विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक, पश्चिम बंगाल सचिवालय के एक अधिकारी बताया कि ममता बनर्जी का सोमवार को (Jharkhali) झारखली / सजनेखाली (Sajnekhali) / सुंदरबन (Sundernas) के बुनियादी ढांचे के विकास के लिए दो दिन की यात्रा पूर्व नियोजित था।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की आलोचना करते हुए भाजपा सचिव श्रीकांत शर्मा कहा ” मुख्य मंत्रियों की ये बैठक भारत के मूलभूत विकास से जुड़ा है। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी कामानना है कि भारत का संपूर्ण तभी हो सकता है जब सभी राज्यों का विकास हो। ममता बनर्जी को हमारे लोकतंत्र के ढांचे का आदर करना चाहिए और पार्टी पॉलिटिक्स को भुलाकर इस बैठक में भाग लेना चाहिए।” – सूत्रों के हवाले से।
तृणमूल कांग्रेस मुखिया ने पार्टी कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा “तृणमूल कांग्रेस दिल्ली में मुख्य विपक्षी दल की भूमिका निभा रही है।यही कारण है कि वे हमें लक्षित कर रहे हैं। केंद्र में वे सत्ता में हैं, लेकिन वे हमें झाडू बहारकर हमें बाहर नहीं कर सकते”। – सूत्रों के अनुसार।
विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, ममता ने कुछ ही दिन पहले मोदी सरकार पर आरोप लगाया था कि वे देश को बेचने की कोशिश कर रहे हैं।”